AAP Aur Paap

: : : "दिल्ली -आआप की या पाप की" भेड़ की खाल में, भेड़िये। "हम देंगे तीखा सत्य, किन्तु मीठा विष नहीं।" चोर मचाते रहे शोर -ये सारी दुनियां है चोर ! भूल गए एक उँगली दूसरे की ओर करने से 3 अपनी ही ओर होती हैं!! कथित ईमानदार के सारे पाप सामने आएंगे, तो सब जानते थे; काठ की हांड़ी इतना भी नहीं टिक पायेगी, आश्चर्य !!! कहते हैं जो काँच के घरों में रहते हैं, वो दूसरों के घर पत्थर नहीं फेंकते! यहाँ दूसरों के घर पत्थर फेंक दिखाते हैं, हमारा कांच अटूट है!! किन्तु जब पत्थर पड़ने लगे, तो रोने लगे!!! -तिलक सं 9911111611, 7531949051.: : "ब्लाग" पर आपका हार्दिक स्वागत है. इस ब्लॉग पर अपनी प्रकाशित और अप्रकाशित रचनाये भेज सकते हैं, रचनाएँ स्वरचित है इसका सत्यापन कर ई-मेल yugdarpanp@gmail.com पर भेजें, ये तो आपका ही साझा मंच है.धन्यवाद: :

Thursday, April 10, 2014

केजरीवाल के मंत्री ने संस्थागत निधि में किया घोटाला

लोकसभा 2014 चुनाव: भाजपा के लिए अनुमानित नतीजे. 
जिस व्यक्ति ने 17 वर्ष की छोटी आयु मे अपने निजी जीवन का त्याग कर, घर परिवार छोड़कर, देश सेवा करने निकल गया और विगत 45 वर्ष से फिर कभी अपने घर नहीं लौटा ..... !
जिसने गुजरात का #मुमं होते हुए भी कभी अपने किसी सगे संबंधी को अपने पद का कोई लाभ नहीं पहुचाया है।
आज भी उनकी महान पत्नी एक आदर्श भारतीय नारी की भाँति, उन्हे अपना पति मानते हुए जीवन व्यतीत कर रहीं हैं।  वो आज भी #मोदी के विरुद्ध एक शब्द नहीं सुन सकतीं। जैसा कि एक पत्रकार प्रयास कर चुका है| आज के समय मे, ये कोई छोटी बात नहीं है| नमो नमः। ऐसे मोदी का विरोध करने में ओछेपन का प्रदर्शन करने वाले कौन लोग है? 

1) वह कांग्रेस जिसने भगत सिंह से लेकर आज तक सभी देश भक्तों को अपनी राह का रोड़ा मान रास्ते हटाया। शहीदों के परिवार नारकीय जीवन जीते रहे ये देश को लूटते रहे। इनका पूरा इतिहास यही है। 
2) 10 वर्ष पूर्व सोनिया की अयोग्यता को त्याग बना कर प्रस्तुत करने वाले मीडिया के कारण, देश लुटता रहा व हम नई मदर टेरेसा के मोहजाल में नहीं नहीं ये गलत नहीं हो सकती; कहते हँसते -2 देश को लुटाते रहे। ऐसे गर्व का अनुभव कर रहे थे, मानो देश को नहीं देश के लिए हँसते -2 अपने प्राण लुटा रहे हॉ ? 
3) यही खेल खेलने हेतु अब जिसे नया नायक गढ़ ये लाये हैं। 
4) इनका बिका जनता को भ्रमित करता नकारात्मक बिकाऊ मीडिया।
मुद्दा इन सब से मुक्त होने का है। लुटेरी सरकारों से पूर्व इस नकारात्मक बिकाऊ मीडिया से मुक्त होना होगा।

अनुमानित सीट/कुल सीट.
1. M.P.- 26/29
2. U.P.- 50/80
3. Andhra.P.- 26/42
4. Arunachal- 1/2
5. Assam- 7/14
6. Bihar- 30/40
7. Chattisgarh- 11/11
8. Goa- 2/2
9. Gujrat- 24/26
10. Hariyana- 4/10
11. Himachal- 1/4
12. J&K- 1/6
13. Jharkhand- 10/14
14. Karnatka- 18/28
15. Kerala- 4/20
16. Maharastra- 35/48
17. Manipur- 0/2
18. Meghalay- 0/2
19. Mizoram- 0/1
20. Nagaland- 0/1
21. Odissa- 7/21
22. Punjab- 8/13
23. Rajasthan- 23/25
24. Sikkim- 0/1
25. Tamilnadu- 8/39
26. Tripura- 0/2
27. Uttarakhand- 4/5
28. W.Bengal- 12/42
29. Delhi- 6/7
30. Andman- 0/1
31. Chandigarh- 1/1
32. Dadra,Nagar- 0/1
33. Daman,Diu- 0/1
34. Lakshadeep- 1/1
35. Pounducheri- 0/1

Addressed the Maha Jagaran Rally in Guwahati. Asked people why is there so much poverty in a rich land like Assam. Urged them to reject those who made Assam poor by their misgovernance. Continuous violence & bloodshed, poor law & order situation & lack of jobs for youth are examples of the poor governance in Assam. 

Tea from Assam energises millions across the nation everyday but Assam's energy situation is poor. Congress is responsible for power crisis. For 23 years the Prime Minister has represented Assam but what did the people of Assam & Northeast get in return?

पूर्वोत्तर के 8 राज्य अष्टलक्ष्मी के समान हैं। लक्ष्मी जी कमल पर विराजती हैं, इसलिये पूर्वोत्तर की जनता कमल को वोट दे 
गुवाहाटी में महा जागरण रैली को संबोधित किया. यही कारण है कि असम की तरह एक अमीर देश में इतना गरीबी है लोगों से पूछा. उनके misgovernance द्वारा असम गरीब बना दिया है जो उन को अस्वीकार करने का आग्रह किया. सतत हिंसा और रक्तपात, गरीब कानून एवं व्यवस्था की स्थिति और युवाओं के लिए रोजगार की कमी के कारण असम में खराब प्रशासन के उदाहरण हैं. लेखक यहाँ अपना ई मेल पता व इच्छा लिखें, तथा मेरे ई मेल पर अपना परिचय। 

असम से चाय हर रोज देश भर में लाखों energises लेकिन असम के ऊर्जा स्थिति खराब है. कांग्रेस बिजली संकट के लिए जिम्मेदार है. 23 साल के लिए प्रधानमंत्री असम का प्रतिनिधित्व किया है, लेकिन असम और पूर्वोत्तर के लोगों के बदले में क्या मिला? 

पूर्वोत्तर के 8 राज्य अष्टलक्ष्मी के समान हैं. लक्ष्मी जी कमल पर विराजती हैं, इसलिये पूर्वोत्तर की जनता कमल को वोट

Addressed the Maha Jagaran Rally in Guwahati. Asked people why is there so much poverty in a rich land like Assam. Urged them to reject those who made Assam poor by their misgovernance. Continuous violence & bloodshed, poor law & order situation & lack of jobs for youth are examples of the poor governance in Assam. 

Tea from Assam energises millions across the nation everyday but Assam's energy situation is poor. Congress is responsible for power crisis. For 23 years the Prime Minister has represented Assam but what did the people of Assam & Northeast get in return?

पूर्वोत्तर के 8 राज्य अष्टलक्ष्मी के समान हैं। लक्ष्मी जी कमल पर विराजती हैं, इसलिये पूर्वोत्तर की जनता कमल को वोट दे http://nm4.in/MA4niB
चेन्नई में एक विशाल जनसभा Addressed a massive public meeting in Chennai. Thankful to people & representatives from other political parties who attended the rally. Spoke about the plight of the fishermen from Tamil Nadu. Centre's apathy towards them indicates UPA's lack of concern for the poor. A noble nation like ours is being troubled by our neighbours while the Centre stands helplessly. We need a strong government to change this.
Be it CBI, various commissions or IT department, the misuse of every institution has been the hallmark of 
Embedded image permalinkUPA. Court orders are not followed. For the 1st time there was a major conflict between Defence Ministry and the Armed Forces. This is not a good thing. Federal Structure must be preserved in letter & spirit. Our work culture must be of cooperation, not confrontation. Language
& arrogance of Congress leaders & Ministers is deeply unfortunate. People know who is fooling them & will not tolerate Congress now. The Recounting Minister keeps abusing others but the nation demands answers on the rampant mismanagement of the economy during his tenure http://nm4.in/1eCbkf2 
It is a shawl. Tamil custom. Gorgeous and colourful. The more gorgeous the higher the esteem in which you are held.
+चेन्नई में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. रैली में भाग लेने वाले अन्य राजनीतिक दलों से लोगों को और प्रतिनिधियों के लिए आभारी . तमिलनाडु के मछुआरों की दुर्दशा के बारे में बात की थी . उनके प्रति केंद्र की उदासीनता गरीबों के लिए चिंता का यूपीए की कमी को दर्शाता है. केंद्र असहाय खड़ा है , जबकि हमारे जैसे एक महान राष्ट्र अपने पड़ोसियों से परेशान किया जा रहा है . हम यह परिवर्तन करने के लिए एक मजबूत सरकार की जरूरत है.
Addressed a massive public meeting in Chennai. Thankful to people & representatives from other political parties who attended the rally. Spoke about the plight of the fishermen from Tamil Nadu. Centre's apathy towards them indicates UPA's lack of concern for the poor. A noble nation like ours is being troubled by our neighbours while the Centre stands helplessly. We need a strong government to change this.

Be it CBI, various commissions or IT department, the misuse of every institution has been the hallmark of UPA. Court orders are not followed. For the 1st time there was a major conflict between Defence Ministry and the Armed Forces. This is not a good thing. Federal Structure must be preserved in letter & spirit. Our work culture must be of cooperation, not confrontation.

Language & arrogance of Congress leaders & Ministers is deeply unfortunate. People know who is fooling them & will not tolerate Congress now. The Recounting Minister keeps abusing others but the nation demands answers on the rampant mismanagement of the economy during his tenure http://nm4.in/1eCbkf2यह सीबीआई हो , विभिन्न आयोगों या आईटी विभाग , हर संस्था का दुरुपयोग यूपीए की पहचान की गई है . कोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं . 1 समय के लिए रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के बीच एक प्रमुख विवाद नहीं था . यह एक अच्छी बात नहीं है . संघीय ढांचे पत्र और आत्मा में संरक्षित किया जाना चाहिए . हमारी कार्य संस्कृति सहयोग , नहीं टकराव का होना चाहिए .
कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों की भाषा और अहंकार गहरा दुर्भाग्यपूर्ण है . लोग उन्हें बेवकूफ बना रही है जो जानते हैं और अब कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं करेंगे . देखते मंत्री कोस दूसरों रहता है, लेकिन राष्ट्र अपने कार्यकाल http://nm4.in/1eCbkf2 दौरान अर्थव्यवस्था के बड़े पैमाने पर कुप्रबंधन पर जवाब की मांगचेन्नई में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. रैली में भाग लेने वाले अन्य राजनीतिक दलों से लोगों को और प्रतिनिधियों के लिए आभारी . तमिलनाडु के मछुआरों की दुर्दशा के बारे में बात की थी . उनके प्रति केंद्र की उदासीनता गरीबों के लिए चिंता का यूपीए की कमी को दर्शाता है. केंद्र असहाय खड़ा है , जबकि हमारे जैसे एक महान राष्ट्र अपने पड़ोसियों से परेशान किया जा रहा है . हम यह परिवर्तन करने के लिए एक मजबूत सरकार की जरूरत है.

यह सीबीआई हो , विभिन्न आयोगों या आईटी विभाग , हर संस्था का दुरुपयोग यूपीए की पहचान की गई है . कोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं . 1 समय के लिए रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के बीच एक प्रमुख विवाद नहीं था . यह एक अच्छी बात नहीं है . संघीय ढांचे पत्र और आत्मा में संरक्षित किया जाना चाहिए . हमारी कार्य संस्कृति सहयोग , नहीं टकराव का होना चाहिए .


कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों की भाषा और अहंकार गहरा दुर्भाग्यपूर्ण है . लोग उन्हें बेवकूफ बना रही है जो जानते हैं और अब कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं करेंगे . देखते मंत्री कोस दूसरों रहता है, लेकिन राष्ट्र अपने कार्यकाल http://nm4.in/1eCbkf2 दौरान अर्थव्यवस्था के बड़े पैमाने पर कुप्रबंधन पर जवाब की मांग
केजरीवाल के मंत्री ने संस्थागत निधि में किया घोटाला 
AAP's Manish Sisodia under cloud for 'misuse' of NGO's foreign funds(जैसा कि हमने आपको 2 माह पूर्व भी बताया था, आज दोहरा रहे हैं कि दिसम्बर की भूल सुधर सकें।)  दिल्ली के शिक्षा मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया पर आरोप लगा है कि उन्होंने अपने "एनजीओ" 'कबीर' के चंदे का निजी उपयोग किया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल भी इस संस्था कबीर की सञ्चालन समिति में शामिल हैं।
इसकी जांच कर रहे गृह मंत्रालय के नियंत्रक की ओर से कहा गया है, कि मनीष सिसोदिया ने जो खर्च बताए और उसके प्रपत्र दिए, उसमे कोई समानता नहीं दिखती है।
जिन अनियमिततताओं के आरोप हैं, उनमें सिसोदिया की पत्नी को बिना रसीद के किराये देना, कर्मचारियों का विवरण न होना, रोकड़ बही का गायब होना, ऐसी यात्राओं के खर्च दिखाए गए हैं जिनका कही कोई विवरण नहीं है।
इतना ही नहीं, संस्था के पैसे से मनीष सिसोदिया ने अपनी कार की मरम्मत करने के लिए भुगतान भी कर दिया।
संस्था कबीर की जांच रिपोर्ट में बताया गया, कि 2008 से 2011-12 के मध्य आरटीआई के कार्यकर्ताओं को 17.7 लाख रुपये का भुगतान किया गया है, किन्तु जांचदल को इसका कोई आलेख  नहीं दिया गया है। जांचदल को संस्था के कर्मचारियों के वेतन का भी प्रमाण नहीं मिला।
इस संस्था को 2005-06 से 2010-11 के बीच विदेशों से 2 करोड़ रुपये की सहायता मिली। फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेग्युलेशन ऐक्ट के तहत संस्था की 2005-06 से 2011-12 के बीच जांच की गई है।
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि यह संस्था पांडव नगर स्थित उनके घर से चल रही थी और इसके लिए उनकी पत्नी सीमा को 12,000 रुपये प्रतिमाह किराया दिया गया। जबकि, इस किराए की कोई रसीद उपलब्ध नहीं कराई गई।
कबीर का सीमा के साथ कोई किराया करार भी नहीं दिखाया गया। इतना ही नहीं, जब 2006 से 2008 की रोकड़ बही मांगी गई तो सिसोदिया ने जांचदल को बताया, कि कार्या बदलने के क्रम में कहीं खो गईं। 
रपट में कहा गया है, कि सिसोदिया को 11 जुलाई 2008 को देहरादून यात्रा के लिए 17,900 रुपये का भुगतान किया गया, किन्तु बिल के अनुसार गाड़ी दिल्ली-बहराइच-दिल्ली के लिए किराये पर ली गई थी। यह भी नहीं बताया गया, कि इस यात्रा का उद्देश्य क्या था और कितने लोग गए थे। जांच रपट में स्पष्ट टिप्पणी की गई है, कि प्रथम दृष्टया यह मामला धोखाधड़ी का लग रहा है।
"दिल्ली -आआप की या पाप की"  भेड़ की खाल में, ये भेड़िये। 
"हम देंगे तीखा सत्य, किन्तु मीठा विष नहीं।" -तिलक सं

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